लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना’ के तहत गुरुवार को प्रति लाभार्थी 1000 रुपये की दर से अतिरिक्त राहत तथा प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न पेंशन लाभार्थियों के खातों में जून माह की पेन्शन की एक किश्त की धनराशि हस्तान्तरित की।
उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में समाज कल्याण विभाग, दिव्यांगजन कल्याण विभाग व महिला बाल विकास विभाग द्वारा वृद्धावस्था पेंशन के जो लाभार्थी हैं, इनकी संख्या 49,87,054 है। 26,06,213 निराश्रित महिला पेंशन धारकों, 10,67,786 दिव्यांग जन पेंशन धारकों और 10,728 कुष्ठावस्था पेंशन धारकों को मिलाकर 86,71,781 लाभार्थियों को 1,301.84 करोड़ की धनराशि एक साथ सभी लाभार्थियों को उपलब्ध कराई जा रही है।
उन्होंने कहा कि वृद्धावस्था पेंशन धारकों के बैंक खातों में 1,500, निराश्रित महिला पेंशन धारकों के खातों में भी 1,500, दिव्यांगजन पेंशन धारकों के खातों में 1,500 और कुष्ठावस्था पेंशन धारकों के खातों में 2,500 रुपये एक साथ एक मुश्त भेजे जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना से जब सारी दुनिया जूझ रही है, तो उन परिस्थितियों में हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गरीब, किसान, नौजवान सभी की चिंता की।
सभी के लिए राशन की व्यवस्था की गई, व बैंक खातों के माध्यम से धनराशि भी उपलब्ध कराई गई आज उसी का प्रतिफल है कि आज प्रत्येक गरीब को सुविधाएं उपलब्ध कराने में हमें मदद मिल पा रही है।उन्होंने कहा कि 18 करोड़ गरीबों को राशन उपलब्ध करवाने की कार्रवाई की गई है। विगत 1 जून से हम छठवीं बार गरीबों को राशन उपलब्ध करवा रहे हैं। पूरे देश करीब 80 करोड़ लोगों को निःशुल्क राशन की सुविधा का लाभ मिला है।
इसी प्रकार से हम लोगों ने इन चार प्रकार के पेंशनधारियों को अप्रैल माह में दो-दो महीने की पेंशन एक साथ उपलब्ध करवाई। इनकी संख्या 86,71,781 है। इन्हें पीएम पैकेज के अंतर्गत 1,000 की राशि तीन महीने के लिए, पेंशन के अतिरिक्त देने की स्वीकृति की गई थी। आज यह राशि को सीधे इनके अकाउंट में देने की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि टेक्नोलोजी का उपयोग करके हम सीधे गरीबों के बैंक खातों में धनराशि भेज रहे हैं। पहले गरीबों का बहुत शोषण होता था मगर प्रधानमंत्री ने गरीबों को शोषण से मुक्ति दिला दी है। अब कोई व्यक्ति गरीबों का शोषण नहीं कर पाएगा।
मुख्ययमंत्री ने कहा कि इस समय कोरोना संक्रमण को रोकना, हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती है। इसके लिए आवश्यक है कि भीड़ न लगाएं और सतर्क रहें। खासतौर पर बुजुर्ग, बीमार, कमजोर लोग, गर्भवती महिलाएं या बच्चे घर से अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें। अगर बाहर निकलना पड़े तो मास्क जरूर लगाएं साथ ही अन्य जरूरी सावधानियां भी बरतें।
उन्होंने कहा कि 3.56 करोड़ जनधन खाताधारकों के खाते में दो बार 500 रुपये दिए गए। प्रदेश में 2.4 करोड़ किसानों के खाते में अब तक 2,000 रुपये की धनराशि भी दो बार भेजी जा चुकी है। 1.54 करोड़ से अधिक जो हमारे उज्ज्वला योजना के लाभार्थी हैं, उनको रसोई गैस के निःशुल्क सिलेंडर उपलब्ध हुए हैं। ये सभी योजनाएं लगातार संचालित हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मनरेगा में बड़े पैमाने पर कार्य हो रहा है, प्रत्येक दिन करीब 41 लाख लोग मनरेगा में कार्य कर रहे हैं। निर्माण श्रमिक, ठेला, खोमचा, रेहड़ी लगाने वाले पटरी व्यवसायी, ऐसे हमारे 33 लाख लोगों को प्रदेश सरकार की ओर से 1,000 का भरण-पोषण भत्ता व निःशुल्क खाद्यान्न उपलब्ध करवाया गया है।
उन्होंने कहा कि 30 लाख से अधिक प्रवासी श्रमिक प्रदेश में आए हैं। इन सबको भी राशन किट के अलावा राशन कार्ड और भरण-पोषण भत्ते के रूप में 1,000 रुपये की धनराशि तत्काल उपलब्ध कराने की कार्रवाई की जा रही है। मुख्यमंत्री ने आज डीबीटी के माध्यम से योजना का लाभ मिलने वाले सभी लाभार्थियों बधाई दी। उन्होंने कहा कि संबंधित विभागीय मंत्रियों एवं अधिकारियों ने जिस तत्परता से कार्य किया उसकी सर्वत्र सराहना हो रही है। सभी लोग कोरोना संक्रमण को लेकर जागरूक रहें और दूसरों को भी जागरूक करते रहें।
मुख्यमंत्री ने लाभार्थियों से की बातचीत, कहा नहीं होगी कोई परेशानी।
इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए कई पात्रों से बातचीत भी की और उनसे सरकार की ओर से दी जा रही सुविधाओं के बारे में पूछा। मुख्यमंत्री ने मेरठ के नितिन से पूछा कि, राशन व पेंशन समय पर मिल रहा है या नहीं? वहीं, एक दिव्यांग से प्रश्न किया कि, ट्राई साइकिल मिली? इस पर पात्रों ने हां में अपना-अपना जवाब दिया। मुख्यमंत्री ने सभी लाभार्थियों को आश्वासन दिया कि किसी को भी परेशानी नहीं आने दी जाएगी।
इस मौके पर समाज कल्याण विभाग के मंत्री रमापति शास्त्री, दिव्यांग जन-कल्याण विभाग के मंत्री अनिल राजभर व महिला और बाल विकास विभाग की मंत्री स्वाति सिंह सहित वरिष्ठ अफसर मौजूद रहे।